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Friday, November 15, 2019

क्या मैंने अपने देवर के साथ समझौता कर के सही किया?

क्या रिया ने अपने पति और बच्ची की खातिर अपने देवर की बात मान के गलत किया?


मेरी शादी एक छोटी सी फॅमिली में हुई थी जिसमे सास ससुर, मेरे हस्बैंड और मेरा देवर शैलेश था। मेरे हस्बैंड बहुत अच्छे हैं उन्होंने मुझे वो सब कुछ दिया जो एक पत्नी हक़दार होती है। शादी के कुछ दिन बाद ही सास और ससुर का देहांत हो गया। सब दुखी तो थे लेकिन मेरे बेटी के दुनिया में आ जाने से सब नार्मल हो गया। एक बार की बात है, मेरे हस्बैंड काम के सिलसिले में कहीं बाहर गए थे। रात हो गयी लेकिन अभी तक उनका कॉल तक नहीं आया। फिर एक हॉस्पिटल से कॉल आया की उनका एक्सीडेंट हो गया है। उस एक्सीडेंट के बाद मेरे पति हमेशा बिस्तर पे ही रहते हैं। 

कुछ दिन तक तो बचत के पैसों से चलता रहा लेकिन बाद में दिक्कत होने लगी। एक दिन मैं इन्ही सब ख्यालों में खोई थी की शैलेश आया और पूछने लगा की क्या बात है भाभी आप उदास क्यों हो। मैंने उसे सब बताया की हमारे बचत के पैसे भी ख़त्म हो गयीं हैं और घर चलना मुश्किल है। उसने बोला की कोई बात नहीं भाभी मैं हूँ न और इतना बोल के उसने मेरा हाथ दबा दिया।। 

मैं उसके इरादे को अछि तरह समझ गयी थी। अगले दिन वो आया और बोला की भाभी मैं आपसे सीधी बात करना चाहता हूँ। मैंने कहा की हाँ बोलो। तो उसने बोलै की भैया की हालत मुझे पता है और मैं आपकी मदद करने के लिए भी तैयार हूँ लेकिन बदले में मुझे भी कुछ चाहिए। मैं समझ गयी थी की वो किस चीज़ की बात कर रहा है। फिर वो बोला की मैं आपको मजबूर नहीं कर रहा या मज़बूरी का फायदा उठाना नहीं चाहता लेकिन मैं भी अकेला हूँ और आपको भी हस्बैंड की कमी खलती होगी जो की जिन्दा रहते हुए भी नाकाम है।

सच बोलूं तो मैं अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ। मैंने शैलेश की बातों को रात भर सोंचा और बाद में फैसला किया की पति और बच्ची के लिए उसकी बात मन लेना ही सही है। आज शैलेश फिर आया मेरा फैसला जानने के लिए, मैंने हाँ में सर हिला दिया। बिना समय गवय उसने मुझे अपनी तरफ खिंच लिया और हम कमरे में आ गयें। मैं चुपचाप थी तो उसने पूछा की आपको कुछ गलत लग रहा है तो मैं कुछ नहीं करूँगा। और वो वह से चला गया। 

लेकिन इस बार जब शैलेश आया, तो मैंने किसी चीज़ केलिए उसे मन नहीं किया और क्यूंकि ६ महीने से पति अलग सोते थे, मुझे भी शैलेश का साथ पसंद आने लगा। शायद बहुत से लोग मुझे गलत समझेंगे लेकिन मैंने जितनी भी औरतों से पूछा की वो क्या करती तो ज्यादातर ने वही कहा जो मैंने किया। अब शैलेश हमेशा आता था और हम सब पल साथ में बिताते थे जो की हस्बैंड और वाइफ बिताते हैं। 

कभी कभी लगता भी है की मैं गलत कर रही हूँ, लेकिन ना पढ़े लिखे होने के कारन मैं कोई जॉब भी नहीं कर सकती थी जिससे मैं अपने पति का इलाज और बेटी की देखभाल कर सकूँ। आखिर एक औरत जो मेरी जगह होती क्या करती? कृपया अपनी राय जरूर बताएं। 

2 comments:

  1. आपने बहुत अच्छा किया कि अपनी बची और पति की जिमेदरी उठाई आप गलत नहीं हो

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  2. मैं तो अभी भी विस्मय में हूँ।

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